Friday was the 16th day of the farmers agitation. The farmers are stuck on the Delhi border with their demands. At the same time, Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar said that in his proposal, he has tried to suggest solutions to the objections of the farmers. He said that the farmers should leave the movement and adopt the path of discussion. The government is ready for talks. At the same time, Rakesh Tikait, spokesperson of the Bharatiya Kisan Union, said that the government should withdraw the law and the farmer will go to his home. Apart from this, BJP has made a plan to present the agricultural laws to the public. The BJP is organizing 700 press conferences and chaupals in different cities of the country. Through this, the benefits of the agricultural law brought by the Modi government will be counted. And big news of the day.
शुक्रवार को किसानों के आंदोलन का 16वां दिन रहा. किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली सीमा पर डटे हुए हैं. वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि अपने प्रस्ताव में किसानों की आपत्तियों के समाधान का सुझाव देने का प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि किसानों को आंदोलन छोड़कर चर्चा का रास्ता अपनाना चाहिए. सरकार बातचीत के लिए तैयार है. वहीं भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार कानून वापस ले और किसान अपने घर चला जाएगा. इसके अलावा कृषि कानूनों को जनता के सामने पेश करने का प्लान बीजेपी बनाया है. बीजेपी देश के अलग-अलग शहरों में 700 प्रेस कॉन्फ्रेंस और चौपाल का आयोजन कर रही है. इसके जरिए मोदी सरकार की ओऱ से लाए गए कृषि कानून के फायदों को गिनाया जाएगा.. और दिनभर की बड़ी खबरें.
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